सासाराम/08 अगस्त।

सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के सहयोग से जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण विभाग द्वारा गुरुवार को सदर अस्पताल स्थित ओपीडी के सभागार में फाइलेरिया नियंत्रण के लिए संचालित किये जाने वाले सर्व जन दवा सेवन कार्यक्रम को लेकर मीडिया कार्यशाला आयोजित की गयी. सिविल सर्जन डॉ मणि रंजन की अध्यक्षता में फाइलेरिया उन्मूलन के लिए चलाए जाने वाले सर्व जन दवा सेवन कार्यक्रम की सूक्ष्म कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा की गयी. कार्यशाला को संबोंधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ मणि रंजन ने कहा कि फाइलेरिया पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जिले में 10 अगस्त सर्व जन दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जाएगा. इसके लिए जिले में 30 लाख के आसपास लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. उन्होंने बताया कि 2 साल से अधिक सभी लोगों को फाइलेरिया की इस बार भी तीन प्रकार की दवा खिलाई जाएगी. 2 साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं एवं गंभीर रूप से पीड़ित लोगों को यह दवा नहीं खिलाई जाएगी. उन्होंने बताया कि अभियान को सफल बनाने हेतु आशा एवं आँगनबाड़ी घर-घर जाकर लक्षित समुदाय को फाइलेरिया की दवा खिलाएगी. साथ ही आशा एवं आंगनबाड़ी यह सुनश्चित करेंगी कि उनके सामने ही लोग दवा का सेवन करें।

एमडीए के दौरान खिलाई जाने वाली दवा लाभप्रद

पिरामल स्वास्थ्य के प्रोग्राम लीडर (संचारी रोग) हेमंत कुमार ने बताया कि फाइलेरिया एक गंभीर रोग है जिसे फाइलेरिया की दवा सेवन से ही बचा जा सकता है. कभी-कभी फाइलेरिया के परजीवी शरीर में होने के बाद भी इसके लक्षण सामने आने में वर्षों लग जाते हैं .इसलिए फाइलेरिया की दवा का सेवन सभी लोगों के लिए लाभप्रद है. उन्होंने बताया कि आम लोग खाली पेट दवा का सेवन नहीं करें. कभी-कभी खाली पेट दवा खाने से भी कुछ समस्याएं होती हैं. आम लोगों में फाइलेरिया की दवा सेवन के साइड इफ़ेक्ट के बारे में कुछ भ्रांतियाँ हैं जिसे दूर करने की सख्त जरूरत है. फाइलेरिया की दवा सेवन से जी मतलाना, हल्का सिर दर्द एवं हल्का बुखार हो सकता है जो शरीर में मौजूद फाइलेरिया के परजीवी के मरने के ही कारण होता है. इसलिए दवा सेवन से किसी भी प्रकार का साइड इफ़ेक्ट मरीज के हित में ही है. दवा खाने से किसी भी प्रकार के साइड इफ़ेक्ट होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क किया जा सकता है. इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए उन्होंने मीडिया से अपील भी की.

उम्र और हाइट के अनुसार खिलाई जायेगी दवा

पीसीआई इंडिया के डीएमसी आशीष रावत ने बताया कि इस अभियान में डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की गोलियाँ लोगों की दी जाएगी.2 से 5 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की एक गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली, 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को डीईसी की दो गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष से अधिक लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली दी जाएगी. अल्बेंडाजोल का सेवन चबाकर किया जाना है. साथ ही साथ आईवरमेक्टिन की दवा 5 वर्ष के ऊपर के लोगों को हाइट के अनुसार खिलाई जायेगी. मौके एसीएमओ डॉ अशोक कुमार, सीडीओ डॉ राकेश कुमार, डीपीसी संजीव मधुकर, वीडीसीओ जय प्रकाश गौतम, मानसी भरती, रौशन कुमार, संजीत राय, पिरामल स्वास्थ्य प्रोग्राम लीडर अरविंद कुमार, डिस्ट्रिक लीड पिरामल के पल्लवी बोस, पीसीआई इंडिया के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर अमित कुमार सहित फाइलेरिया विभाग के कर्मी के अलावा सासाराम के विभिन्न मीडिया के संवाददाता मौजूद रहें।

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