धमतरी/ छत्तीसगढ़
आज सुबह दिल से एक भावुक संदेश आया। उसने कहा,
“बॉस, मैं तुम्हारे लिए बिना रुके 24 घंटे काम करता हूं, लेकिन तुम मेरे लिए एक घंटा भी नहीं चलते। कब तक ऐसा चलेगा? अगर मैं रुक गया, तो तुम चले जाओगे, और अगर तुम रुके, तो मैं। क्यों न हम साथ-साथ चलें और जीवनभर स्वस्थ रहें?”
इस संदेश ने हमें यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि हमारे शरीर का सबसे अहम अंग, दिल, हमेशा हमारे लिए काम करता है। लेकिन क्या हम उसके लिए कुछ करते हैं?
यह समय है जागने का!
दिल ने अपील की है:
“कल से सिर्फ एक घंटा मेरे लिए चलो। मेरा वादा है कि मैं बिना किसी रुकावट के तुम्हारे लिए काम करता रहूंगा।”
यह संदेश हमें नियमित व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा देता है। एक छोटी सी आदत, जैसे कि रोजाना पैदल चलना या व्यायाम करना, न केवल हमारे दिल को स्वस्थ रखती है, बल्कि हमारे जीवन को भी ऊर्जा और स्फूर्ति से भर देती है।
स्वास्थ्य का मूल मंत्र
1. नियमित व्यायाम करें: रोजाना कम से कम एक घंटा टहलें या एक्सरसाइज करें।
2. संतुलित आहार लें: पौष्टिक और कम तैलीय भोजन को प्राथमिकता दें।
3. तनाव से बचें: ध्यान और योग अपनाएं।
4. नियमित स्वास्थ्य जांच: समय-समय पर अपने स्वास्थ्य की जांच कराएं।
हमेशा याद रखें:
“मेरा स्वास्थ्य, मेरी स्वयं की जिम्मेदारी।”
डॉ. एस. मधुप, प्रेसिडेंट राष्ट्रीय मानवाधिकार न्याय आयोग (छत्तीसगढ़), और स्किन स्पेशलिस्ट, जिला अस्पताल, धमतरी, का यह संदेश न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि हमें एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने के लिए भी प्रेरित करता है।
आइए, अपने दिल से किए गए इस वादे को निभाएं और इसे हमेशा स्वस्थ रखें।
सदैव स्वस्थ और प्रसन्न रहें!