गोरियारी थाना प्रभारी के.के. कुशवाहा ने साइबर अपराधों से बचाव के लिए जनता से सतर्क रहने और जागरूकता बढ़ाने की अपील की है। उन्होंने बताया कि साइबर अपराधी आए दिन ठगी के नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को शिकार बना रहे हैं। ऐसे में जागरूकता ही सबसे बड़ा बचाव है।
थाना प्रभारी ने बताया कि साइबर अपराधी कई प्रकार के झांसे देकर जानकारी और धन हड़पने की कोशिश करते हैं। उन्होंने इस प्रकार की ठगी से बचने के लिए जनता को कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं:
1. फर्जी कॉल: अगर आपको TRAI की तरफ से फोन डिस्कनेक्ट होने, आधार कार्ड से संबंधित जानकारी देने या डिजिटल गिरफ़्तारी की धमकी दी जाए, तो इसे अनदेखा करें। यह एक घोटाला है।
2. कुरियर धोखाधड़ी: FedEx, BlueDart, या किसी अन्य कुरियर सेवा के नाम पर कॉल कर पैकेज की जानकारी मांगने या बटन दबाने को कहा जाए, तो सतर्क रहें।
3. ओटीपी साझा न करें: किसी भी कॉल या संदेश के जरिए अपना ओटीपी साझा न करें। यह जानकारी साझा करना आपको बड़ी ठगी का शिकार बना सकता है।
4. UPI ठगी: अगर कोई कहे कि उसने गलती से आपके खाते में पैसे भेज दिए हैं और उन्हें वापस मांगता है, तो यह भी एक धोखाधड़ी का तरीका हो सकता है।
5. सेना या सरकारी अधिकारी का नाम: अगर कोई व्यक्ति सेना या CRPF का सदस्य बताकर खरीदारी का झांसा देता है, तो सतर्क रहें।
6. WhatsApp और वीडियो कॉल: अनजान नंबर से आने वाले WhatsApp संदेशों या वीडियो कॉल का जवाब न दें।
1930 पर करें शिकायत
थाना प्रभारी ने कहा कि यदि आप साइबर ठगी का शिकार होते हैं, तो बिना किसी हिचकिचाहट के स्थानीय साइबर पुलिस या हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करें। उन्होंने जनता से अपील की कि साइबर अपराधियों से बचने के लिए हमेशा सतर्कता बरतें और अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी से साझा न करें।
सावधानी से ही संभव है सुरक्षा
साइबर अपराध रोकने के लिए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। गोरियारी थाना प्रभारी ने जनता को सलाह दी कि किसी भी संदिग्ध कॉल का जवाब न दें, तुरंत कॉल काटें और नंबर ब्लॉक करें। सतर्कता ही साइबर अपराध से बचाव का सबसे बड़ा तरीका है।
— संवाददाता