दिल्ली में AAP का किला ध्वस्त, मनीष सिसोदिया, अरविंद केजरीवाल और सत्येंद्र जैन को मिली करारी हार
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) को करारा झटका लगा है। न केवल पार्टी सत्ता से बाहर हो गई, बल्कि उसके दिग्गज नेता भी हार गए। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को हार का सामना करना पड़ा।
जंगपुरा में सिसोदिया की हार
AAP के कद्दावर नेता मनीष सिसोदिया, जो पहले पटपड़गंज से विधायक थे, इस बार जंगपुरा सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे। लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया और वह बीजेपी के उम्मीदवार तरविंदर सिंह मारवाह से 594 वोटों से चुनाव हार गए। मारवाह को 38,675 वोट मिले, जबकि सिसोदिया को 38,081 वोट हासिल हुए।
चुनाव हारने के बाद मनीष सिसोदिया ने कहा,
“हमने कार्यकर्ताओं के साथ पूरी मेहनत की, लेकिन 600 वोटों से पीछे रह गए। जीतने वाले उम्मीदवार को बधाई।”
कांग्रेस ने यहां से फरहाद सूरी को टिकट दिया था, जिन्हें 7,324 वोट मिले। माना जा रहा है कि कांग्रेस के कारण AAP को नुकसान हुआ और मुस्लिम मतदाता कांग्रेस की ओर झुक गए।
अरविंद केजरीवाल की हार
AAP सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी हार का सामना करना पड़ा। नई दिल्ली सीट से बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने उन्हें हरा दिया। इस सीट पर कांग्रेस ने संदीप दीक्षित को उम्मीदवार बनाया था।
सत्येंद्र जैन को भी नहीं मिला सहारा
AAP के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन भी अपनी सीट बचाने में नाकाम रहे। पार्टी के कई अन्य बड़े चेहरे भी इस चुनाव में हार गए, जिससे AAP को भारी नुकसान हुआ है।
दिल्ली में AAP का किला हुआ ध्वस्त!
एक समय दिल्ली में अपराजेय मानी जाने वाली आम आदमी पार्टी को इस चुनाव में बड़ा झटका लगा है। सत्ता से बाहर होने के साथ ही पार्टी के शीर्ष नेताओं की हार ने AAP के भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आबकारी नीति घोटाला, भ्रष्टाचार के आरोप और कांग्रेस की मजबूती ने AAP की हार में अहम भूमिका निभाई।
अब सवाल यह उठता है कि क्या आम आदमी पार्टी इस हार से सबक लेकर अपनी रणनीति बदलेगी या दिल्ली की राजनीति में उसका वजूद खत्म होने की कगार पर है?