पटना, 24 जुलाई 2025: बिहार विधानसभा का मानसून सत्र भी पुराने अंदाज में हंगामे, आरोप-प्रत्यारोप और बिना ठोस विमर्श के समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। विपक्ष किसी विशेष मुद्दे पर ठोस बहस करने के बजाय सरकार पर लगातार निशाना साध रहा है, जबकि सरकार अपने एजेंडे को संख्याबल के आधार पर आगे बढ़ा रही है।

आज सदन में SIR (गहन पुनरीक्षण) मुद्दे पर बहस छाई रही। कांग्रेस विधायक शकील अहमद ने आरोप लगाया कि यह कवायद लोकतांत्रिक अधिकारों को सीमित करने की साजिश है। उन्होंने कहा, “आजादी के बाद जैसे कुछ लोगों के हाथ में ही वोट का अधिकार था, वैसा ही हाल फिर होने जा रहा है। सरकार पिछली हार से डरी हुई है, और हजारों किसानों के नाम वोटर लिस्ट से काटे जा सकते हैं, जिसे मैं हरगिज़ नहीं होने दूंगा।”

सीपीआई विधायक महबूब आलम ने कहा कि “घुसपैठियों” के नाम पर मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि जो लोग पलायन कर गए हैं, उनके लिए वेरिफिकेशन कैसे होगा, जब उन्हें टिकट तक नहीं मिल रहा?

विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भी सरकार पर करारा हमला बोला। उन्होंने SIR प्रक्रिया में मांगे जा रहे 11 प्रकार के दस्तावेजों को आम जनता के लिए असंभव बताया। साथ ही एक पत्रकार का उदाहरण देते हुए कहा कि जब कोई सच दिखाता है कि कैसे बिना दस्तावेज के फॉर्म अपलोड किए जा रहे हैं, तो सरकार उसे निशाना बनाती है। उन्होंने कहा, “आप कौन होते हैं तय करने वाले कि कौन भारतीय है?”

इसी बीच बीजेपी नेता सम्राट चौधरी ने तेजस्वी यादव पर निजी हमला करते हुए कहा, “जिसका बाप अपराधी हो, उसका बेटा क्या बोलेगा?” इस टिप्पणी के बाद सदन में हंगामा मच गया और कार्यवाही चार मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।

भाजपा विधायक जनक सिंह ने अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया, वहीं जदयू नेता अशोक चौधरी ने तेजस्वी यादव पर पलटवार करते हुए कहा, “अगर आपने अपने विभाग में कोई योजना चलाई हो, तो बताइए।”

तेजस्वी यादव ने सरकार को “नकलची सरकार” बताते हुए आरोप लगाया कि उनकी “माय-बहन योजना” तक की नकल की जा रही है। उन्होंने कहा, “हम क्रेडिट नीतीश कुमार को देने को तैयार हैं, लेकिन विज़न मेरा था।”

तेजस्वी ने प्रधानमंत्री मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा, “आपने 2 लाख युवाओं से पकौड़ा तौलवाया, अब नीतीश कुमार बताएँ कि चीनी मिल कब खुलवाएँगे?”

तेजस्वी ने सीधा आरोप लगाया कि जदयू अब भाजपा बन चुका है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हाईजैक कर लिया गया है। इस पर मंत्री विजय चौधरी ने पलटवार किया, “आप भी कोशिश किए थे नीतीश कुमार को हाईजैक करने की, लेकिन कर नहीं पाए।”

इधर, राजद विधायक भाई वीरेंद्र द्वारा सरकार के मंत्री पर अमर्यादित टिप्पणी किए जाने से सदन में फिर हंगामा हुआ। विधानसभा अध्यक्ष ने सत्ता पक्ष के विधायकों को शांत रहने की हिदायत दी और बीच का रास्ता निकालते हुए नियंत्रक महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट और विभिन्न समितियों के प्रतिवेदन सदन पटल पर रखवाए।

सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

निज सवंदाता – मुस्कान गुप्ता 

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