पटना/रोहतास : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने संगठनात्मक मजबूती और नई ऊर्जा के लिए एक बार फिर युवा चेहरे पर भरोसा जताया है। रोहतास जिले के लाल, युवा और ऊर्जावान नेता इंजीनियर अंशु सिंह को पार्टी ने आईटी सेल प्रदेश सहसंयोजक की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। यह नियुक्ति न केवल अंशु सिंह की मेहनत, ईमानदारी और संगठन के प्रति निष्ठा का परिणाम है, बल्कि यह उन युवाओं के लिए भी प्रेरणा है जो राजनीति में साफ-सुथरी छवि और समर्पण के साथ काम करना चाहते हैं।

इंजीनियरिंग से राजनीति तक का सफर

अंशु सिंह एक मैकेनिकल इंजीनियर हैं। तकनीकी शिक्षा के बाद भी उन्होंने राजनीति की राह चुनी और समाज सेवा के माध्यम से अपनी पहचान बनाई। उनका राजनीतिक सफर वर्ष 2015 में शुरू हुआ, जब वे भाजपा के साधारण कार्यकर्ता के रूप में पार्टी से जुड़े। शुरुआती दिनों से ही वे अपने ईमानदार स्वभाव, मेहनत और संगठन के प्रति समर्पण के लिए पहचान बनाने लगे।

पंचायत चुनाव में दिखाई नेतृत्व क्षमता

वर्ष 2021 में अंशु सिंह ने पंचायती चुनाव में अपनी दावेदारी पेश की। हालांकि वे मामूली अंतर से दूसरे स्थान पर रहे, लेकिन उस चुनाव ने यह साबित कर दिया कि जनता के बीच उनकी पकड़ मजबूत है और लोग उन्हें एक संभावनाशील नेता के रूप में देखते हैं। पंचायत चुनाव में मिली यह लोकप्रियता ही उनके भविष्य के नेतृत्व की गवाही देती है।

भाजपा संगठन में बढ़ता कद

चुनाव के बाद अंशु सिंह ने हार मानने के बजाय पार्टी संगठन को मजबूत करने में खुद को झोंक दिया। वे भाजपा युवा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य बने। इसके बाद उन्हें भाजपा सोशल मीडिया जिला संयोजक, रोहतास की जिम्मेदारी मिली। इस भूमिका में उन्होंने पार्टी की विचारधारा और योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने का सराहनीय कार्य किया। उनकी साफ-सुथरी छवि, ईमानदारी और तकनीकी पृष्ठभूमि ने उन्हें आईटी सेल की जिम्मेदारी के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प बना दिया।

आईटी सेल प्रदेश सहसंयोजक बनने पर मिली बधाइयाँ

अंशु सिंह को प्रदेश आईटी सेल सहसंयोजक बनने पर पूरे जिले और प्रदेश के कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई है। जिला सोशल मीडिया संयोजक अंकित कुमार, भाजपा जिला अध्यक्ष संतोष पटेल, पूर्व विधायक इंजीनियर सतनारायण सिंह, राजू गुप्ता, प्यारेलाल ओझा, बबल कश्यप, अशोक सोनी, सुनीता यादव, विकास सिंह, दीपक शर्मा, शोभा चंद्रवंशी समेत कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उन्हें बधाई दी। समर्थकों में उत्साह का माहौल है और लोग इसे जिले के लिए गौरव का क्षण मान रहे हैं।

राजनीतिक पंडितों की राय

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अंशु सिंह के भीतर संगठनात्मक नेतृत्व करने की जबरदस्त क्षमता है। उनकी इंजीनियरिंग की पढ़ाई, तकनीकी समझ और सोशल मीडिया पर पकड़, आईटी सेल जैसे महत्वपूर्ण विभाग में बड़ी भूमिका निभाने के लिए वरदान साबित होगी। उनका साफ-सुथरा राजनीतिक रिकॉर्ड और जनसंपर्क का मजबूत आधार उन्हें प्रदेश स्तर पर पहचान दिला रहा है।

ईमानदारी और समर्पण है पहचान

अंशु सिंह का अब तक का राजनीतिक सफर एक संदेश देता है कि राजनीति में सिर्फ सत्ता की चाह नहीं, बल्कि सेवा और समर्पण भी जरूरी है। वे जिस भी जिम्मेदारी में रहते हैं, उसे पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ निभाते हैं। यही कारण है कि पार्टी ने उन्हें लगातार नई-नई जिम्मेदारियों से नवाजा और आज वे प्रदेश सहसंयोजक जैसे अहम पद पर पहुंचे हैं।

युवाओं के लिए प्रेरणा

आज जब राजनीति में नकारात्मक छवि वाले नेताओं की आलोचना होती है, वहीं अंशु सिंह जैसे युवा नेता आशा की किरण हैं। उनकी सोच साफ है—राजनीति को सेवा का माध्यम बनाना। उनकी यह नियुक्ति उन युवाओं के लिए भी प्रेरणा है जो सामाजिक बदलाव और राष्ट्र निर्माण के लिए राजनीति में आना चाहते हैं।

रोहतास के लिए गौरव का क्षण

रोहतास जिला हमेशा से भाजपा की मजबूत धरती माना जाता रहा है। अब इस जिले के लाल अंशु सिंह का प्रदेश स्तर पर बड़ी भूमिका निभाना यहां के लिए सम्मान और गौरव की बात है। स्थानीय कार्यकर्ताओं को विश्वास है कि अंशु सिंह की यह नई जिम्मेदारी न केवल आईटी सेल को मजबूत करेगी बल्कि जिले की राजनीतिक पहचान को भी नई ऊंचाई पर ले जाएगी।

 

इंजीनियर अंशु सिंह की कहानी इस बात की मिसाल है कि अगर ईमानदारी, मेहनत और संगठन के प्रति समर्पण हो, तो राजनीति में कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। उनका आईटी सेल प्रदेश सहसंयोजक बनना भाजपा के लिए नई ऊर्जा का संचार करेगा और आने वाले दिनों में वे पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण स्तंभ साबित होंगे।

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