रांची। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को प्रवर्तन निदेशालय, ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बाद यह दूसरी बड़ी गिरफ्तारी है। ईडी ने बुधवार को आलमगीर आलम से करीब सात घंटे तक पूछताछ की और उसके बाद उनको गिरफ्तार कर लिया। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही ईडी ने मंत्री के निजी सचिव और निजी सचिव के नौकर के घर पर छापा मारा था। इसमें कार्रवाई में मंत्री के पीए के नौकर के घर से 35 करोड़ रुपए नकद मिले थे। मंत्रालय के टेंडर में कमीशन लेने के आरोप में यह कार्रवाई की गई थी।
बहरहाल, गिरफ्तारी के बाद आलमगीर आलम को बुधवार की रात को ईडी ऑफिस में बने हाजत में रखा जाएगा। उनकी मेडिकल जांच कराई जाएगी। इसके बाद उन्हें गुरुवार को 10 बजे पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस दौरान ईडी कोर्ट से रिमांड की मांग करेगी। इससे पहले ईडी के अधिकारियों ने मंगलवार को भी उनसे नौ घंटे पूछताछ की थी और दूसरे दिन यानी बुधवार को भी पूछताछ के लिए बुलाया था।
बताया जा रहा है कि आलमगीर आलम के पीए संजीव लाल ने पूछताछ में कई जानकारी दी है। संजीव लाल अभी ईडी की हिरासत में है। मंगलवार को मंत्री आलमगीर आलम के साथ उनके पीए संजीव लाल से भी पूछताछ की गई थी। संजीव लाल से पिछले सात दिन से पूछताछ चल रही है। बताया जा रहा है कि पूछताछ के दौरान संजीव ने यह स्वीकार किया है कि जो रुपए उनके और उनके सहायक के यहां से बरामद हुए हैं वह सभी पैसे टेंडर कमीशन के हैं। यह भी कहा जा रहा है कि संजीव ने उन सभी लोगों के बारे में बताया है, जिनको टेंडर कमीशन के पैसे मिले हैं।