राष्ट्रीय मानव अधिकार न्याय आयोग छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष और ऑल इंडिया प्रोग्रेसिव ग्रुप के कन्वेनर डॉक्टर एस मधुप ने सीतामढ़ी के सांसद देवेश चंद्र ठाकुर के द्वारा दिए गए व्यान की कड़ी निंदा की है। डॉक्टर एस मधुप ने व्यान जारी कर कहा कि एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को इस तरह के छोटे मानसिकता वाली व्यान नहीं देना चाहिए। संवैधानिक पद पर बैठे किसी सांसद को इस तरह के बयानों से बचना चाहिए जो समाज में बिखराव द्वेष, पैदा करता हो। डॉ एस मधुप ने कहा कि कोई भी जनप्रतिनिधि जीतने के बाद यह शपथ लेता है कि वह बिना राग और द्वेष लोभ मोह से परे होकर समाज और देश के जनता,सभी के लिए काम करेंगे चाहे कोई भी हो उन्हें वोट दिया हो या ना दिया हो। डॉ मधुप ने कहा है कि कुशवाहा जाति हमेशा से एक स्वाभिमानी जाती रहा है और कभी भी किसी का पिछलग्गू बनकर नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि कुशवाहा जाति को काम कराने के लिए किसी सांसद और विधायक के पीछे भागने की जरूरत नहीं है। उन्होंने देश भर के कुशवाहा जाति को संबोधित करते हुए कहा कि कुशवाहा जाति के किसी को अगर किसी व्यक्तिगत काम की जरूरत पड़ती है तो वह डायरेक्ट मुझे या मेरे ग्रुप के सदस्यों से संपर्क करें हम लोग उनका काम करने में पूरी तरह सक्षम है। पूरे देश भर में कुशवाहा जाति ही एक ऐसी जाति  है जो हमेशा सोच समझकर वोटिंग करता है किसी का पिचललग्गू बनकर नहीं। उन्होंने कहा कि कुशवाहा जाति के लोग विकृत नहीं हो गए हैं बल्कि इस तरह के व्यान देने वाले लोग विकृत होकर व्यान दे रहे हैं। कुशवाहा जाति किसी पार्टी का बंधुआ मजदूर नहीं है, लोग कुशवाहा जाति को अपना बंधुआ मजदूर समझना बंद करें नहीं तो  जनता सब जानती है और समझती है। समय का इंतजार करे।

One thought on “एन.एच.आर.जेसी, के छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष डॉ एस मधुप ने की सांसद देवेश चंद्र ठाकुर के व्यान की जताई नाराजगी”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed