धमतरी/नगरी। नगरी के सिविल अस्पताल में एक बार फिर असामाजिक तत्वों ने हंगामा और तोड़फोड़ की, जिससे अस्पताल का माहौल तनावपूर्ण हो गया। यह घटना रात 10:30 बजे के करीब हुई, जब 7-8 युवकों ने अस्पताल में घुसकर हंगामा मचाया और नर्स के साथ अभद्र व्यवहार किया। यह घटना अस्पताल के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है, क्योंकि इससे पहले भी इसी प्रकार की घटनाएं हो चुकी हैं।
डॉक्टरों और नर्सों ने थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए अस्पताल में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की मांग की है। उन्होंने बताया कि इस तरह की घटनाओं से अस्पताल के स्टाफ और मरीज दोनों का जीवन खतरे में है। असामाजिक तत्वों द्वारा बार-बार किए जा रहे उत्पात ने स्टाफ के बीच डर का माहौल पैदा कर दिया है।
अस्पताल के स्टाफ ने आरोप लगाया कि इन घटनाओं में शामिल युवकों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिससे उनकी हिम्मत बढ़ती जा रही है। 8 जुलाई को भी इसी तरह की घटना हुई थी, जिसमें कुछ असामाजिक तत्वों ने अस्पताल में घुसकर उत्पात मचाया था, लेकिन उनके खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं हुई। इस बार भी युवकों ने अस्पताल में घुसकर न केवल स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार किया, बल्कि वहां तोड़फोड़ भी की।
सिविल अस्पताल नगरी के डॉक्टर, नर्स और अन्य स्टाफ ने थाने में जाकर अस्पताल की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं न केवल उनके कार्य में बाधा उत्पन्न कर रही हैं, बल्कि मरीजों की सुरक्षा भी खतरे में डाल रही हैं। अस्पताल प्रशासन ने प्रशासन से अपील की है कि जल्द से जल्द इन असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और अस्पताल में सुरक्षा बलों की तैनाती की जाए।
अस्पताल प्रशासन और स्टाफ का कहना है कि यदि जल्द ही इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो भविष्य में अस्पताल में सेवाएं देना और भी कठिन हो जाएगा, और मरीजों को सही इलाज उपलब्ध कराना मुश्किल हो सकता है।