पांकी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा विधायक कुशवाहा डॉ. शशिभूषण मेहता के खिलाफ क्षेत्र के युवाओं ने वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। लगभग 500 से अधिक युवा लेस्लीगंज प्रखंड में एकत्रित होकर शांतिपूर्ण रैली निकालते हुए विधायक के खिलाफ नारों और तख्तियों के साथ सड़कों पर उतरे। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि विधायक ने 2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान किए गए वादों को अभी तक पूरा नहीं किया है, जिससे जनता में गहरा असंतोष व्याप्त हो गया है।
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि विधायक ने चुनावी वादों में 101 गरीब लड़कियों की शादी, गांवों को मुख्य सड़कों से जोड़ने और किसानों के लिए डीप बोरिंग की सुविधा प्रदान करने जैसे बड़े वादे किए थे। लेकिन पांच साल बीत जाने के बाद भी इनमें से कोई भी वादा पूरा नहीं किया गया है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि विधायक क्षेत्र के विकास और जनता की समस्याओं की अनदेखी कर रहे हैं। युवाओं का आरोप है कि विधायक केवल अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए काम कर रहे हैं, जबकि जनता और क्षेत्र के विकास के प्रति कोई ध्यान नहीं दे रहे।
युवाओं ने अपनी नाराजगी जताते हुए “विधायक शशिभूषण मेहता विकास विरोधी हैं” और “पांच साल का हिसाब दो” जैसे नारे लगाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका विरोध किसी राजनीतिक दल के खिलाफ नहीं है, बल्कि विधायक की विफलताओं के खिलाफ है। प्रदर्शन में शामिल लोगों ने कहा कि वे भाजपा के समर्थक हैं, लेकिन विधायक की वादाखिलाफी ने उन्हें विरोध प्रदर्शन के लिए मजबूर किया है।
प्रदर्शनकारियों ने भाजपा नेतृत्व से अपील की कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और आगामी चुनावों में पांकी विधानसभा के लिए टिकट वितरण पर पुनर्विचार करें। युवाओं ने यह भी चेतावनी दी कि यदि भाजपा ने फिर से डॉ. शशिभूषण मेहता को टिकट दिया, तो वे मजबूरन पार्टी के खिलाफ मतदान करेंगे।
यह विरोध क्षेत्र में राजनीतिक हलचल का कारण बन गया है और भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि भाजपा नेतृत्व इस स्थिति पर क्या रुख अपनाता है और क्या विधायक के खिलाफ जनता के असंतोष को देखते हुए कोई कदम उठाता है। जनता के बीच यह भावना बढ़ रही है कि उन्हें ऐसे नेता की आवश्यकता है जो वादों को निभाए और क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध हो।