सासाराम में बाम लोकतांत्रिक दलों और समाजसेवी संगठनों के प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी उदिता सिंह से मुलाकात कर ऐतिहासिक जल सरोवरों को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए सासाराम के प्रसिद्ध मोहन शाह तालाब सहित सभी तालाबों और जल सरोवरों की सुरक्षा की अपील की। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि भू-माफियाओं की वजह से इन जल स्रोतों का अस्तित्व खतरे में है, जिससे इनकी ऐतिहासिक और पर्यावरणीय पहचान मिटती जा रही है।
प्रतिनिधिमंडल ने चेताया कि अतिक्रमण के चलते जिले में जल स्तर में लगातार गिरावट हो रही है, जिससे जल संकट की समस्या गंभीर होती जा रही है। इसके साथ ही राज्य सरकार की “जल-जीवन-हरियाली योजना” भी धरातल पर प्रभावी रूप से कार्य नहीं कर पा रही है। प्रतिनिधियों ने कहा कि यदि समय रहते जल सरोवरों को अतिक्रमण मुक्त किया गया, तो न केवल पर्यावरणीय संतुलन बना रहेगा, बल्कि जल संकट जैसी समस्या का भी समाधान होगा।
जिलाधिकारी उदिता सिंह ने ज्ञापन पर संज्ञान लेते हुए शीघ्र उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। समाजसेवियों ने प्रशासन से 10-15 दिनों के भीतर इस दिशा में ठोस कदम उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि इस मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं हुई, तो एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
यह प्रयास न केवल सासाराम के जल स्रोतों का संरक्षण और पुनरुद्धार करेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक बेहतर पर्यावरणीय भविष्य सुनिश्चित करेगा।