बिहारशरीफ, नालंदा। राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमा) की नालंदा जिला इकाई की एक अहम बैठक आज सोहसराय स्थित गंगा मैरिज हॉल में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सोनू कुशवाहा ने की। इस दौरान संगठन की मजबूती, आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों, तथा 5 सितंबर 2025 को शहीद जगदेव प्रसाद शहादत दिवस और शिक्षक दिवस के अवसर पर पटना स्थित मिलर हाई स्कूल मैदान में आयोजित होने वाली संवैधानिक अधिकार परिसीमन सुधार महारैली को लेकर विस्तार से चर्चा हुई।

बैठक में तय हुआ कि इस महारैली में नालंदा जिले से लगभग 10,000 कार्यकर्ता भाग लेंगे, जबकि पूरे बिहार से 1 लाख से अधिक लोग शामिल होंगे। यह रैली न केवल जन जागरूकता का माध्यम बनेगी, बल्कि राज्य में रालोमा की ताकत को भी प्रदर्शित करेगी।

जिलाध्यक्ष सोनू कुशवाहा ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने “संवैधानिक अधिकार परिसीमन सुधार” जैसे अहम मुद्दे को समाज के बीच लाकर एक क्रांतिकारी पहल की है। उन्होंने बताया कि अगर इस मांग को केंद्र सरकार मंजूरी देती है तो बिहार में विधानसभा सीटों की संख्या 243 से बढ़कर 350-400 हो सकती है, जबकि लोकसभा सीटें 40 से बढ़कर 60 तक हो सकती हैं। इसका सीधा लाभ बिहार की जनता को मिलेगा और उनकी भागीदारी बढ़ेगी।

उन्होंने जोर देकर कहा कि रालोमा इस रैली को पूरी ताकत से सफल बनाएगी, क्योंकि यह आयोजन पार्टी की राजनीतिक ताकत को नई दिशा देगा। उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा से आग्रह किया कि प्रत्येक जिले को कम से कम एक विधानसभा सीट सुनिश्चित की जाए, जिससे जिला स्तरीय कार्यकर्ताओं में उत्साह बना रहे। इससे रालोमा की पूरे 243 सीटों पर मजबूत पकड़ स्थापित होगी और आगामी चुनावों में एनडीए गठबंधन के तहत सरकार बनाने की दिशा में अहम कदम होगा।

सोनू कुशवाहा ने यह भी कहा कि रालोमा टिकट वितरण में जाति, धर्म या समुदाय के आधार पर भेदभाव नहीं करती है। पार्टी किसानों, युवाओं, छात्रों, सरकारी कर्मचारियों के मुद्दों को लगातार सड़क से सदन तक उठाती रही है। उन्होंने कहा कि कॉलेजियम सिस्टम, शिक्षा व्यवस्था की खामियां, और जातीय जनगणना जैसे विषयों पर पार्टी ने मुखर होकर आवाज उठाई है, जिससे जनता का रुझान रालोमा की ओर तेजी से बढ़ रहा है।

बैठक में कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें हिमांशु पटेल, देवेंद्र कुशवाहा, देवनंदन मुखिया, गुरु मुखिया, चमेली वर्मा, संजय मेहता, सुबोध पंडित, महेंद्र कुशवाहा, धर्मेंद्र कुशवाहा, आनंद देव कुशवाहा, श्याम टुटु कुशवाहा, अजयकांत चौधरी, प्रिंस कुशवाहा, मनोज कुशवाहा, प्रेम कुमार चंदन, सचिन कुशवाहा, आसिफ हुसैन, अरुण कुमार, जयप्रकाश सिंह सहित कई गणमान्य लोग शामिल थे।

बैठक के अंत में यह संकल्प लिया गया कि 5 सितंबर की महारैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए सभी कार्यकर्ता पूरी निष्ठा और समर्पण से जुट जाएंगे। यह रैली न केवल संवैधानिक अधिकारों की मांग की आवाज बनेगी, बल्कि रालोमा की राजनीतिक ताकत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed