पटना, 27 जुलाई 2025।
बिहार की राजधानी पटना ने रविवार को एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनेगा । स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक नये युग की शुरुआत का मंच बना। ‘ऑल इंडिया प्रोग्रेसिव इंटेलेक्चुअल’ के तत्वावधान में आयोजित भव्य चिकित्सकीय सम्मेलन ने “स्वामित्व आधारित स्वास्थ्य सेवा” की अवधारणा को न केवल पेश किया, बल्कि इसके प्रथम मेडिकल ब्रांड स्टार्टअप की घोषणा कर देश के हेल्थकेयर सिस्टम में क्रांतिकारी पहल का शुभारंभ किया।
इस आयोजन में ऑल इंडिया प्रोग्रेसिव डॉक्टर ग्रुप के मुख्य संयोजक डॉ. एस. मधुप और वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुधीश कुमार ने ब्रांड के विज़न को साझा करते हुए बताया कि यह स्टार्टअप मॉडल देशभर के डॉक्टरों को केवल सेवा प्रदाता नहीं, बल्कि मालिकाना भागीदारी वाले सहभागी के रूप में शामिल करेगा। यह एक आत्मनिर्भर, समर्पित, और जनहितैषी चिकित्सा प्रणाली की मजबूत नींव रखेगा।
इस विशेष सम्मेलन के उद्घाटनकर्ता बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी रहेंगे ।जबकि मुख्य अतिथि के रूप में राज्यसभा सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री उपेन्द्र कुशवाहा रहेंगे तथा मंच की शोभा बढ़ाएंगे।
विशेष अतिथि के रूप में वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. सुनील कुमार होंगे, झारखंड के पांकी विधायक डॉ. कुशवाहा शशिभूषण मेहता अतिथि रहेंगे। विधायक डॉ. मेहता ने झारखंड में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की नींव रखने की इच्छा भी जताई और ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
इस आयोजन की गरिमा को और बढ़ाते हुए देशभर से दिग्गज चिकित्सकों, प्रशासनिक अधिकारियों, न्यायविदों और समाजसेवियों ने भाग लेने की अनुमति प्रदान की है। मुख्य रूप से उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में रहेंगी ,डॉ. जेपी सिंह (लेप्रोस्कोपिक सर्जन, गया), डॉ. राकेश रंजन (रेडियोलॉजिस्ट), झारखंड ,डॉ. स्वप्निल (ऑर्थोपेडिक सर्जन, समस्तीपुर), डॉ. अरुण कुमार सिंह (निबंधक), डॉ. शिल्पी सिंह (बीएचयू, वाराणसी), डॉ. रमन रंजन (वरिष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सक), डॉ. अभिलाषा (महिला एवं प्रसूति विशेषज्ञ), डॉ. मनोज कुमार समस्तीपुर, डॉ. विकाश कुमार प्लास्टिक एवं कॉस्मेटिक सर्जन सीतामढ़ी,धर्मवीर कुमार (वरिष्ठ अधिवक्ता), श्री अरुण कुमार (प्रगतिशील सामाजिक कार्यकर्ता), कैप्टन चंदन कुमार (गया), ललित कुमार (सीनियर एलआईसी अकाउंटेंट, झारखंड), एस. एन. सिन्हा (समाजसेवी) समेत कई बुद्धिजीवी शामिल होंगे।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एक समरूप, आत्मनिर्भर और राष्ट्रव्यापी मेडिकल ब्रांड की स्थापना करना है। इसके अंतर्गत देशभर में एकीकृत नाम से हॉस्पिटल, फार्मेसी, डायग्नोस्टिक सेंटर, पंचकर्म सेंटर, आयुर्वेदिक कॉलेज, फिजियोथेरेपी, वैक्सीनेशन सेंटर, पैरामेडिकल, नर्सिंग, डेंटल और मेडिकल कॉलेजों की श्रृंखला की शुरुआत की जाएगी। यह मॉडल स्वास्थ्य सेवा को केवल व्यवसाय नहीं, बल्कि समाज के लिए एक “सेवक संघ” के रूप में विकसित करने की संकल्पना पर आधारित है।
डॉ. मधुप का मानना है कि इस आंदोलन से युवा चिकित्सकों को उचित मंच मिलेगा और चिकित्सा क्षेत्र में मौजूद असमानता व व्यावसायिक स्वार्थों पर अंकुश लग सकेगा। साथ ही, डॉ. जेपी सिंह ने जोर देकर कहा कि अब समय आ गया है कि डॉक्टरों को “कर्मचारी” नहीं, बल्कि “संस्थापक और समाज निर्माता” के रूप में देखा जाए।
इस अवसर पर वरिष्ठ न्यायिक अधिकारी महेंद्र प्रसाद (पूर्व प्रधान न्यायाधीश, झारखंड) और सेवानिवृत्त IAS अधिकारी भीष्म कुमार ने भी अपनी सहभागिता से आयोजन को गरिमा प्रदान करेंगे।
सेमिनार में “सेवा के साथ स्वामित्व” का आदर्श प्रस्तुत किया जायेगा, जिससे न केवल गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को अपने पेशे के प्रति नैतिक जिम्मेदारी और आत्मसम्मान की भावना भी प्राप्त होगी।
कार्यक्रम का आयोजन पटना स्थित चैंबर ऑफ कॉमर्स भवन (गांधी मैदान के पास) में सुबह 10 बजे से शाम 5, बजे तक होगी ,जिसमें प्रवेश आमंत्रण-आधारित रहेगा। टीम ऑल इंडिया प्रोग्रेसिव ने देश के सभी संवेदनशील, सेवाभावी और राष्ट्र-हित चिंतकों से इस पहल में सहभागी बनने की अपील की है।
डॉ. अभिलाषा, महिला स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अपनी सेवा व योगदान के लिए विशेष रूप से जानी जाती है । उन्होंने सेमिनार में महिला डॉक्टरों की भूमिका और मातृ स्वास्थ्य पर आधारित योजनाओं को और मज़बूती देने की बात रखेंगे।
अंततः यह सम्मेलन केवल एक सेमिनार नहीं रहेगा, बल्कि यह एक विचारधारा, एक आंदोलन और एक दृष्टिकोण के रूप में सामने आएगा, जो भारत की चिकित्सा व्यवस्था में सेवा, समानता और स्वामित्व को जोड़कर एक नई शुरुआत करने जा रहा है।