एनडीए गठबंधन से भारत के कुशवाहा समाज के सबसे बड़े नेता एवम राष्ट्रीय लोक मोर्चा के मुखिया उपेंद्र कुशवाहा को बिहार से राज्यसभा भेजने का ऐलान किया है। वह बिहार की कराकाट लोकसभा से एनडीए के प्रत्याशी थे लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। उपेंद्र कुशवाहा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए यह जानकारी दी है। उन्होंने खुशी जताते हुए सभी कार्यकर्ताओं को पार्टी के नेताओं का आभार जताया और लिखा कि इस अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को तहेदिल से आभार जाताना चाहता हूं।
उपेंद्र कुशवाहा ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि—“राज्यसभा की सदस्यता के लिए एनडीए की ओर से मेरी उम्मीदवारी की घोषणा के लिए बिहार की आम जनता के साथ साथ एवं राष्ट्रीय लोक मोर्चा सहित एनडीए के सभी घटक दलों के कर्मठ कार्यकर्ताओं, जिन्होंने विपरित परिस्थिति में भी मेरे प्रति अपना स्नेह बनाए रखा, भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी, बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी, श्री अमित शाह जी, श्री जे पी नड्डा साहब, श्री चिराग पासवान जी, श्री जीतन राम मांझी जी, श्री सम्राट चौधरी जी सहित एनडीए के अन्य नेताओं व कार्यकर्ताओं का ह्रदय से आभार।”
उपेंद्र कुशवाहा ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि—“राज्यसभा की सदस्यता के लिए एनडीए की ओर से मेरी उम्मीदवारी की घोषणा के लिए बिहार की आम जनता एवं राष्ट्रीय लोक मोर्चा सहित एनडीए के सभी घटक दलों के कर्मठ कार्यकर्ताओं, जिन्होंने विपरित परिस्थिति में भी मेरे प्रति अपना स्नेह बनाए रखा, भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी, बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी, श्री अमित शाह जी, श्री जे पी नड्डा साहब, श्री चिराग पासवान जी, श्री जीतन राम मांझी जी, श्री सम्राट चौधरी जी सहित एनडीए के अन्य नेताओं व कार्यकर्ताओं का ह्रदय से आभार।”
राज्यसभा भेजे जाने के पीछे की खास वजह या बीजेपी की रणनीति ?
अब सवाल यह है कि उन्हें राज्यसभा भेजे जाने के पीछे की खास वजह या बीजेपी की रणनीति क्या हो सकती है? दरअसल उन्हें बिहार और खासकर कुशवाहा समाज का बड़ा नेता माने जाते है। ऐसे में बीजेपी उन्हें राज्यसभा भेज रही है तो इसके कई संदेश निकाले जा रहे हैं। ऐसी चर्चा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश में बीजेपी की जमीन खिसकने का एक अहम कारण जातीय गणित का योजनाबद्ध प्लान नहीं बना पाना था लेकिन आगे के चुनावों में बीजेपी इस गलती को दोहराना नहीं चाहती है। बिहार में कुशवाहा समाज की अच्छी संख्या है और उपेंद्र कुशवाहा की पकड़ भी अपने समाज के साथ साथ सामाज के अन्य लोगो में काफी लोकप्रिय , तथा मजबूत पकड़वाली नेता मानी जाती है।
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काराकाट लोकसभा सीट से इंडिया गठबंधन से सीपीआई एमएल एल के राजा राम सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा को मात दे दी थी। इस सीट से भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह भी मैदान में थे और वह दूसरे नंबर पर रहे। बतौर एनडीए उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा भी चुनावी मैदान में थे। राजा राम सिंह ने 3,80,581 वोट के साथ जीत दर्ज की। वहीं, भोजपुरी स्टार पवन सिंह को 2,74,723 वोट और आरएलएम पार्टी के नेता उपेंद्र कुशवाहा को सिर्फ 2,53,876 वोट मिले थे।